Tuesday, April 10, 2012

अगर आप भी निकालते हैं ATM से पैसे तो इस खबर को जरुर पढ़ लें!


     
जमशेदपुर.इन दिनों शहर में एटीएम (ऑटोमेटिक ट्रेलर मशीन) से नकली नोट ट्रांजेक्शन होने का मामला प्रकाश में आया है। एटीएम मशीन में संबंधित बैंकों द्वारा रुपए डाले जाते हैं। एटीएम से नकली नोट निकलने की जानकारी बैंक के अधिकारियों को है, मगर कार्रवाई नहीं की जा रही है।


नकली नोटों को रद्द नहीं किए जाने से उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जागरूक पाठकों की शिकायत पर खबर की पड़ताल करने डीबी स्टार की टीम निकली। खबर की छानबीन करने पर टीम ने जाना कि कुछ एटीएम से पांच सौ रुपए के नकली नोटों का ट्रांजेक्शन हो रहा है।


जब उपभोक्ता इन नकली नोटों को लेकर संबंधित बैंक जा रहे हैं तो अधिकारी रुपए लेने के बजाए नसीहत दे रहे हैं। इतना ही नहीं बैंक अधिकारी एटीएम से नकली नोट निकलने की घटना को सिरे से खारिज कर रहे हैं। दूसरी ओर आरबीआई के गाइड लाइन के अनुसार बैंको को नकली नोटों को तत्काल रद्द करने का आदेश जारी किया गया है। मगर ऐसा नहीं किया जा रहा है। ऐसे में आरबीआई के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

पांच सौ और हजार के नोट नकली, बैंकों का रवैया उदासीन

शहर में पांच सौ और एक हजार रुपए के नकली नोटों का चलन धड़ल्ले से जारी है। आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) की ओर से सरकारी और निजी बैंकों को गाइड लाइन जारी किया गया है। इसके तहत नकली नोट को जब्त करने के बाद रद्द करना है। इसके बावजूद नकली नोट का चलन जारी है। उपभोक्ताओं के प्रति बैंकों का रवैया उदासीन है।

आरबीआई का आदेश

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने तमाम बैंकों को स्पष्ट आदेश देते हुए कहा है कि नोटों की जांच के लिए बैंक में मशीन लगाएं। साथ ही मशीन से जांचे गए रुपए को एटीएम में डालें। इसके बावजूद एटीएम से नकली नोट निकलने की घटना सामने आ रही है। ऐसे में बैंकों पर सवालिया निशान लग रहा है। इस बाबत जब टीम ने बैंक अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कुछ भी स्पष्ट बताने से इनकार कर दिया।

एटीएम से निकलने वाले नकली नोटों को प्रमाणित करना कठिन

एटीएम से यदि नकली नोट निकलता है तो ग्राहकों के पास इसे प्रमाणित करने के लिए कोई आधार नहीं होता है। क्योंकि एटीएम में इस बात का रिकॉर्ड नहीं होता है कि उससे निकलने वाले नोट का नंबर क्या है। बैंक जाने के बाद उपभोक्ता अधिकारियों के सामने नकली नोट निकलने की बात को साबित करने में नाकाम साबित होता है। इस बात का फायदा बैंक अधिकारी उठा लेते हैं।

कार्रवाई का खौफ

नियमानुसार नकली नोट को लेकर चलना दंडनीय अपराध है। पकड़े जाने पर कारावास और आर्थिक दंड का प्रावधान है। इन बातों को लेकर उपभोक्ता एटीएम से निकले नकली नोट को लेकर चलने में हिचकिचाते हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

बड़े नोट हैं तो होगी परेशानी

बाजार में जाली नोटों के चलन से व्यापारी और उपभोक्ता काफी परेशान हैं। इन नोटों के लेन-देन में काफी परेशानी होती है। हर किसी को जांच-परख करने का इल्म नहीं है। यही कारण है कि लोग नकली नोट को लेने से कतराते हैं।

केस 1

एटीएम से निकला पांच सौ रुपए का नकली नोट

बिष्टुपुर स्थित एसबीआई के एटीएम से सिदगोड़ा निवासी संतोष शर्मा ने रविवार को दस हजार रुपए की निकासी की। इनमें पांच सौ रुपए का एक जाली नोट भी था। उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी एटीएम में तैनात सुरक्षा गार्ड को दी। इसके बाद मोबाइल फोन के माध्यम से बैंक अधिकारी को भी जानकारी दी गई। हद तो तब हो गई जब बैंक ने नकली नोट की घटना को स्वीकार करते हुए नोट वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद श्री शर्मा हैरान-परेशान हो गए।

केस 2

गलती बैंक की, भुगत रहे आम उपभोक्ता

साकची स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से पिछले सप्ताह काली महतो नामक एक व्यापारी ने रुपए का ट्रांजेक्शन किया। यहां भी पांच सौ रुपए का जाली नोट निकला। उन्होंने तत्काल इस बात की जानकारी संबंधित बैंक के अधिकारी को दी। बैंक के अधिकारियों ने नोटों की जांच की तो उन्होंने नकली नोट की बात को सही पाया। मगर नकली नोट को लेने से इनकार कर दिया। ऐसे में देखा जाए तो बैंक की गलती का नुकसान उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है।
केस 3

नकली नोटों पर तत्काल लगे अंकुश

कदमा निवासी रोहित कुमार पेशे से व्यापारी हैं। इनका कहना है कि इन दिनों शहर में नकली नोट का कारोबार काफी फल-फूल रहा है। बकौल रोहित कुमार पिछले दिनों उनके दुकान में ग्राहकों की भीड़ थी। इस दौरान किसी ग्राहक ने पांच सो रुपए का नकली नोट थमा दिया। काफी छानबीन के बाद ग्राहक का कुछ भी अता-पता नहीं मिल पाया। इनका कहना है कि नकली नोट के कारोबार पर अंकुश लगना चाहिए। इसका खामियाजा आमलोगों को उठाना पड़ता है।

अमिताभ चटर्जी,रीजनल मैनेजर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से सीधी बात

सवाल : नकली नोट निकलने की जानकारी है

एटीएम से नकली नोट निकलने की संभावना एक प्रतिशत से भी कम हैं।

सवाल : इसके बावजूद नकली नोट की घटना हो रही है

यह ग्राहकों की कारस्तानी है, लोग बंडल में डालकर नकली नोट देते हैं।

सवाल : बैंक नकली नोटों को क्यों नहीं खारिज करता है

नोट को खारिज करने के लिए आरबीआई की ओर से कोई नियम लागू नहीं किया गया है।

रंजन कुमार, मुख्य प्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से सीधी बात

सवाल : एटीएम से नकली नोट निकलने की जानकारी है

नकली नोट निकलने की संभावना काफी कम है।

सवाल : बैंकों की ओर से क्या कार्रवाई की जाती है

नकली नोट के बारे में पता लगने पर हम नोट की जांच करते हैं।

सवाल : नोट को क्यों नहीं रद्द किया जाता है

जो लोग नकली नोट लेकर आते हैं, उसकी जांच की जाती है। संदेह होने पर हम पड़ताल करते हैं।

जरूरत पडऩे पर प्रशासन का सहयोग भी लिया जाता है।.

साभार:  दैनिक  भास्‍कर

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