Saturday, July 23, 2011

इस्लाम का असली स्वरूप यही है !

बी.एन. शर्मा

प्रस्‍तुति-डॉ0 संतोष राय

विश्व में अनेकों ऐसे धर्म स्थापक ,विद्वान और वैज्ञानिक हुए हैं जिन्होंने अपने विचार और सिद्धांत सहज रूप से लोगों के सामने पास्तुत किये थे .और लोगों को उन को तर्क की कसौटी पर परखने की पूरी पूरी स्वतंत्रता दी थी .कि यह लोगों की इच्छा है ,कि उन विचारो को माने अथवा नहीं .लेकिन किसी भी धर्म स्थापक या वैज्ञानिक ने लोगों पर अपने विचारों को बल पूर्वक थोपने का प्रयत्न नहीं किया था .आज भी ऐसे महापुरुषों को मानने वाले करोड़ों लोग हैं .यद्यपि उन में अधिकांश वैज्ञानिक ईश्वर ,आत्मा और परलोक जैसी बातों पर विश्वास नहीं रखते थे .फिर भी लोगों की भलाई के लिए नए नए अविष्कार करते रहे .उन्हें न किसी खुदा का डर था ,न किसी जन्नत का लालच था .आज तक किसी ने उनका विरोध नहीं किया और न उन्होंने लोगों को अपना अनुयायी बनाने पर जोर डाला . 
लेकिन अरब के शहर मदीना में पैदा हुए मुहम्मद नामके जाहिल ,अनपढ़ ,असभ्य ,क्रूर और अत्याचारी व्यक्ति ने खुद को अल्लाह का रसूल बताकर ,अपनी मूर्खता पूर्ण ,अवैज्ञानिक ,तर्कहीन और ऊलजलूल बातों को अल्लाह का आदेश बताकर लोगों उसे मानने पर विवश किया था .उसने लोगों के सामने दो ही विकल्प रखे थे कि .यातो वह उसकी पागलपन भरी बातों को मान कर मुसलमान बन जाये ,अथवा मरने को तैयार हो जाएँ .मुहमद ने यही किया था . 
तब से लेकर आज तक मुहम्मद के अनुयायी नए नाम से नए नए आतंकी संगठन बना कर सरे विश्व में निर्दोष लोगों की हत्याएं कर रहे हैं .लेकिन अभी तक अल्लाह और मुहम्मद जैसे राक्षसों की लोगों के खून की प्यास नहीं बुझ रहीं है ,बल्कि और बढ़ रही है . 
13 जुलाई को मुहम्मद के अनुयायी और उस दुष्ट अल्लाह के भक्त इंडियन मुहहिद और लश्करे तय्यबा द्वारा मारे गए सिर्फ यही तो अपराध था कि वह मुसलमान क्यों नहीं बने ,या उस जंगली किताब कुरान को स्वीकार क्यों नहीं करते .जिसमे हजारों मूर्खतापूर्ण बातें लिखी है . 
हालांकि मैंने अब तक कुरान और हदीसों की सैकड़ों ऐसी मूर्खतापूर्ण ,तर्कहीन बातों का प्रमाण सहित खंडन किया है ,जिसे यदि कोई सामान्य व्यक्ति कहे तो उसे पागलखाने में भरती कर दिया जाता .लेकिन मुसलमान आतंक का सहारा लेकर अपने वही विचार लोगों पर थोपना चाहते हैं ,ताकि जो लोग सीधी तरह से मुसलमान नहीं होते ,वह लोग डर कर मुसलमान बन जाएँ . 
मुसलमान लोगों को कैसा इस्लाम कबूल करने को कहते हैं उसकी कुछ नमूने दिए जा रहे है -
1-समय के अंतिम घंटे कब होंगे 
अबू हुरैरा ने कहा कि रसूल ने कहा ,जब तक मैं दाउस कबीले की एक औरत के चूतड नहीं देख लेता ,जो "जि अल खलसा" मूर्ति के आसपास घूम रही है और जो इस्लाम से पहले उस कबीले की देवी थी .
Narrated Abu Huraira: Allah's Apostle said, "The Hour will not be established till the buttocks of the women of the tribe of Daus move while going round Dhi-al-Khalasa." Dhi-al-Khalasa was the idol of the Daus tribe which they used to worship in the Pre Islamic Period of ignorance.
Sahih Bukhari 9:88:232
2-अल्लाह ने पादना भी सिखाता है 
मुहम्मद इब्ने जरीर अल तबरी ने अपनी तफसीर में कहा कि अल्लाह ने आदम को सब के नाम बताये और सब कुछ सिखाया जैसे नीचे से पादनाऔर धीमे से पादना .
And Allah taught Adam all the names as follows: He taught him the name of everything, down to fart and little fart.
Tabari I 267
3-नाड़ा लटका तो जमीन में धंसे 
अब्दुल्लाह बिन उमर ने कहा कि रसूल ने कहा यदि कोई व्यक्ति अपना (Izar )नाड़ा जमीन पर लटका दे तो अचानक जमीन में धंसने लगेगा और अंतिम दिवस तक धंसता जायेगा .
Izar dragging causes Endless Descent
Narrated 'Abdullah bin 'Umar: Allah's Apostle said, "While a man was dragging his Izar on the ground (behind him), suddenly Allah made him sink into the earth and he will go on sinking into it till the Day of Resurrection."
Sahih Bukhari 7:72:681


4-रसूल को तीन पत्थर क्यों चाहिए 
अब्दुल्लाह ने कहा कि टट्टी करने के बाद रसूल को अपनी गुदा घिसने के लिए तीन पत्थर चाहए थे दो पत्थर मिल गए ,मुझे तीसरा पत्थर नहीं मिला तो मैंने रसूल को सूखे गोबर का एक टुकड़ा दिया .रसूल ने दोनो पत्थर ले लिए और गोबर फेक कर कहा यह गन्दा है.
Searching for the meaning in life... and 3 Stones
Narrated Abdullah:
The Prophet went out to answer the call of nature and asked me to bring three stones. I found two stones and searched for the third but could not find it. So I took a dried piece of dung and brought it to him. He took the two stones and threw away the dung and said, "This is a filthy thing."
Sahih Bukhari 1:4:158
5-सम्भोग करने की दुआ 
इब्ने अब्बास ने कहा कि ,रसूल ने कहा यदि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी से सम्भोग करे तो "बिस्मिल्लाह "कहे और शैतान से बचने के लिए दुआ करे शैतान होने वाली संतान तक पहुँच जाता है .दुआ करने से वह नुकसान नहीं कर सकता.
Incantations while having sex
Narrated Ibn 'Abbas: The Prophet said, "If anyone of you, when having sexual relation with his wife, say:'In the name of Allah. O Allah! Protect us from Satan and prevent Satan from approaching our offspring you are going to give us,' and if he begets a child (as a result of that relation) Satan will not harm it."
Sahih Bukhari 4:54:493
6-इंशा अल्लाह कहकर जिहादी पैदा करो 
अबू हुरैरा ने कहा ,रसूल ने कहा मैं उसकी कसम खा कर कह रहा हूँ ,जिसके हाथों में मेरी जानहै ,दाउद के पुत्र सुलेमान एक रात में सौ या 99 औरतों से सम्भोग करते थे ,ताकि होने वाले बच्चे शूरवीर और अल्लाह के जिहादी बनें ,लेकिन मैंने सम्भोग के समय "इंशा अल्लाह "नहीं बोला .जिस से जो बच्चे पैदा हुए वह आधे इन्सान थे और आधे पशु .
Say "Allah willing" during intercourse to give birth to Islamic militants
Narrated Abu Huraira: Allah's Apostle said, "Once Solomon, son of David said, '(By Allah) Tonight I will have sexual intercourse with one hundred (or ninety-nine) women each of whom will give birth to a knight who will fight in Allah's Cause.' On that a (i.e. if Allah wills) but he did not say, Allah willing.' Therefore only one of those women conceived and gave birth to a half-man. By Him in Whose Hands Muhammad's life is, if he had said, "Allah willing', (he would have begotten sons) all of whom would have been knights striving in Allah's Cause."
Sahih Bukhari 4:52:74i


7-पशुमैथुन जायजहै समलैगिकता अपराध है 
Zoophilia pardonable but not homosexuality
यदि कोई अविवाहित पुरुष किसी पुरुष के साथ गुदामैथुन करता है तो इसकी सजा मौत होगी .लेकिन पशुओं के साथ सभोग करने पर सजा का कोई विधान नहीं है 
Abu Dawud 38:4448 prescribes the death sentence for an unmarried man who commits sodomy but there is no prescribed punishment for having sex with an animal: 
Narrated Abdullah ibn Abbas: There is no prescribed punishment for one who has sexual intercourse with an animal.
अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास ने कहा है कि पशुओं के साथ सम्भोग करने पर सजा का कोई विधान नहीं है 
Abu Dawud 38:4450 
8-मुहम्मद की माँ की योनि में प्रकाश 
इस्लामी इतिहासकार अबू मुहम्मद अब्दुल मलिक बिन हिशाम ने मुहम्मद कि जीवनी में लिख है कि मुहम्मद की माता की आमना की योनी से प्रकाश निकलता रहता था .मुहम्मद के जन्म के समय आमना की योनी प्रकाश से भर गयी ,और प्रकाश योनी से निकल कर पूर्व से पश्चिम तक फ़ैल गया था ,यहांतक उसकी रोशनी सीरिया तक चली गयी थी .
Aminah and her Vagina Light
According to accepted sirat, Muhammad's mother had light coming out of her vagina when giving birth to him. 
When the prophet came out of his mothers vagina, the light covered the east and the west which reached all the way to Sham (Syria today) 
sirat ibn hisham 166
9-नंगे होकर अल्लाह से मिलो 
Allah Wants to See You...Naked
इब्ने अब्बास ने कहा कि रसूल ने कहा है अल्लाह से मिलने के लिए हमें नंगे पैर ,नग्न होकर ,और अपने पैरों पर चल कर जाना होगा .और खतना रहित जाना होगा ( इसके लिए तीन हदीसें दी गयी हैं )
Narrated Ibn Abbas: The Prophet said, "You will meet Allah barefooted, naked, walking on feet, and uncircumcised."
Sahih Bukhari 8:76:531, See also Sahih Bukhari 8:76:532, Sahih Bukhari 8:76:533, and Sahih Bukhari 8:76:533 
10-चूतड में झंडे गड़ेंगे 
Flag fixed behind the buttocks"
अबू सईद ने कहा कि ,रसूल ने कहा जो भी व्यक्ति ईमान (इस्लाम )के विपरीत काम करेगा तो ,इंसाफ के दिन (क़यामत )ऐसे सभी लोगों की चूतड़ों में झंडे ठोक दिए जायेंगे ईमान तोड़ने की यही सजा होगी .
It is narrated on the authority of Abu Sa'id that the Messenger of Allah (may peace be upon him) said: On the Day of Judgment there will be a flag fixed behind the buttocks of every person guilty of the breach of faith.
Sahih Muslim 19:4309
11-कुत्ते की लाश से पानी शुद्ध 
सईदुल खुदरी ने कहा एक बार लोगों ने रसूल से पूछा कि "बुदआह " नामके कुए में मासिक धर्म के गंदे कपडे और मरे कुत्ते औएऐसि ही गन्दी चीजें पड़े हैं क्या हम इस कुए के पानी से वुजू कर सकते हैं .रसूल ने कहा इस कुए का पानी बिलकुल शुद्ध है इसमे कोई अशुद्धि नहीं 
Water mixed with Dead Dogs still clean
Narrated AbuSa'id al-Khudri: The people asked the Messenger of Allah (peace be upon him): Can we perform ablution out of the well of Buda'ah, which is a well into which menstrual clothes, dead dogs and stinking things were thrown? He replied: Water is pure and is not defiled by anything.
Sahih Muslim 1:66, See Also Sahih Muslim 1:67
12-रसूल के जूठे हाथ चाटो 
इब्ने अब्बास ने कहा कि रसूल ने कहा खाने बाद जब तक मैं हाथों को नहीं चाट लेता ,हाथ नहीं धोया करता हूँ ,या किसी से हाथ चटवा लिया करता हूँ.
Could someone please lick my hands? Thank you
Narrated Ibn 'Abbas: The Prophet said, 'When you eat, do not wipe your hands till you have licked it, or had it licked by somebody else."
Sahih Bukhari 7:65:36
13-पादने की कला सीखो 
The Art of dealing with a Fart
अली बिन अबूतालिब से रसूल ने कहा कि यदि तुम नमाज के दौरान पादों ,तो नमाज से अलग हो जाओ ,फिर वुजू करके दुबारा नमाज पढ़ा करो .
Narrated Ali ibn Talq: The Apostle of Allah (peace be upon him) said: When any of you breaks wind during the prayer, he should turn away and perform ablution and repeat the prayer.
Abu Dawud 1:205 
इब्ने अब्बास इन तमीम ने कहा कि मेरे चाचा ने रसूल से पूछा ,यदि किसी व्यक्ति को लगे कि नमाज के दौरान उसकी पाद निकालने वाली है ,तो क्या करे .रसूल ने कहा उस व्यक्ति को तब तक नमाज नहीं छोड़ना चाहिए जब तक मैं पाद की आवाज नहीं सुन लूँ और उसकी बदबू न सूँघ लूँ .
Narrated 'Abbas bin Tamim: My uncle asked Allah's Apostle about a person who imagined to have passed wind during the prayer. Allah' Apostle replied: "He should not leave his prayers unless he hears sound or smells something."
Sahih Bukhari 1:4:139


मैं इस लेख के अपने सभी पढ़ने वाले महानुभावों से निवेदन करता हूँ ,कि तनिक निष्पक्ष होकर निर्णय करें कि इतनी बकवास और वाहियात होने पर भी आप इस्लाम को धर्म का दर्जा दे सकने को राजी है ?मुझे बड़ा आश्चर्य होता है कि लोग इस इस्लाम की तुलना दूसरे धर्मों से तुलना करते है .लोग स्वीकार लयों नहीं करते की इसी इस्लाम ने दुनिया को तबाह कर दिया .और इसी मुर्खता भरी बातों को न मानने पर काफिर बता कर मार दिया जाता है .क्या मारे गए लोगों का यही कसूर था कि वह इसी जंगली इस्लाम को नहीं मानते ,जो असली झगड़े का कारण है.
सोचिये और लोगों को बताइए 

http://wikiislam.net/wiki/Qur'an,_Hadith_and_Scholars:Islamic_Silliness
 
Writer's Blog: http://www.bhandafodu.blogspot.com/

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