बाबा रामदेव के मंच पर हिन्दू साध्वी ऋतंभरा की मौजूदगी को लेकर अन्ना हजारे और उसके धन्धेबाज़ समाजसेवकों की चौकड़ी (NGO Brigade) इस तरह आगबबूला हो उठी थी, मानों हिन्दू साध्वी ऋतंभरा कोई हत्यारिन हैं,कोई आतंकी हैं. उनकी उपस्थिति को लेकर अन्ना हजारे और उसके धन्धेबाज़ समाजसेवकों की चौकड़ी ने सामाजिक समरसता धार्मिक निरपेक्षता वाली लम्बी चौड़ी नसीहतों के धुंआधार लेक्चरों की भारी बरसात बाबा रामदेव पर कर दी थी और इसी बहाने बाबा के अनशन का बहिष्कार-तिरष्कार कर दिया था. लेकिन इस फोटो में अन्ना हजारे जिस राज ठाकरे पर निहाल होता दिखायी दे रहा है वो कौन सी सामाजिक समरसता धार्मिक निरपेक्षता का प्रतीक है..??? ये वही राजठाकरे है जो हिन्दी भाषी उत्तर भारतीयों पर बर्बरता पूर्वक क्षेत्रीयता का कहर बरसाने का अपराधी है. इस राज ठाकरे की उस करतूत से देश की एकता अखंडता को सीधा ख़तरा उत्पन्न हुआ है. यदि उत्तर भारतीयों ने धैर्य और गंभीरता का परिचय नहीं दिया होता तो ये देश 4 साल पहले ही गृहयुद्ध के मुहाने पर खड़ा हो गया होता. लेकिन इसके बावजूद इस आदमी से उसके घर जाकर हाथ मिलाने में अन्ना को कोई शर्म झिझक या आपत्ति नहीं हुई लेकिन साध्वी ऋतंभरा पर वो जमकर आगबबूला हुआ. इसी अन्ना ने कांग्रेसियों को खुश करने के लिए गुजरात जाकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ बिना तथ्यों और साक्ष्यों के अनर्गल आरोपों का जहर जमकर उगला था. याद यह भी दिला दूं की राज ठाकरे ने जब हिन्दी भाषी उत्तर भारतीयों पर कहर बरसाना शुरू किया था तब से अब तक ये अन्ना हजारे उस राज ठाकरे और उसकी उस देशघाती करतूत के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला है.वैसे भी इस अन्ना ने राज ठाकरे की उस हिन्दी भाषी उत्तर भारतीय विरोधी गुंडागर्दी का खुला समर्थन किया था.जिन्होंने उस समय के अखबार पढ़े होंगे तो उनको ये सच्चाई मालूम होगी.साक्ष्य के लिए कृपया इस LINK पर क्लिक करिए
http://newshopper.sulekha.com/hazare-backs-raj-thackeray-s-tirade-against-non-marathis_news_1024638.htm
अब फैसला आप खुद करिए की इसको बहुरूपिया कहना गलत है या सही...???
याद दिला दूं की महाराष्ट्र में राज ठाकरे कांग्रेस के लिए वरदान बना था. अपनी उपस्थिति से वहां की विपक्षी ताकतों को विभाजित करके उसने कांग्रेस की सत्ता में वापसी की राह पक्की कर दी थी. अब वही काम अन्ना हजारे और उसकी टीम कर रही है. वो बाबा रामदेव पर कभी पीछे से कभी खुलकर हमले करके भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम को दो टुकड़ों में बाँट रही है. इसका सिर्फ और सिर्फ लाभ कांग्रेस को ही मिलेगा. कोई मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी इसको आसानी से समझ सकता है.
1 comment:
क्रुपया इस लेख को हटा दीजीए।अगर लोगो का विश्वास इस साइट से उठ गया तो यही लेख इसका जिम्मेदार होगा।
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