Wednesday, May 11, 2011

सरस्वती वंदना से कट्टरवाद को बढ़ावा मिलता है तो..... ओसामा की ही वंदना कर लो

 

देश गवाह है देश मैं कभी भी हिन्दू समाज ने किसी के मजहब पर अर्थात उसकी आस्था पर पहले  हमला नहीं किया एवं किसी का धर्म परिवर्तन करने का पहले  प्रयास नहीं किया , हालाँकि दुसरे धर्मों मैं सर्वाधिक इसाई धर्मावलम्बियो ने धर्म की मार्केटिंग की एवं लोगो को परिवर्तित कर इसाई  बनाया है , जितने भी मामले हिन्दू समाज की तरफ से हुए या नज़र मैं आते हैं उनमे अधिकतर मैं हिन्दू लोगो ने अपने धर्म को बचाने के लिए किया न की दुसरो की आस्था मैं हस्तक्षेप करने के लिए , और एक विशेष बात सामने आती है हमारे  हिन्दू समाज के ही आस्तीन के सांप जो खुद को बुद्धिजीवी मानते हैं और कट्टरपंथ के विरोधी मानते हैं, ही हिन्दूओं की आस्था से खिलवाड़ करके और खुद का नाम करने के लिए अपने ही हिन्दू समाज की आस्था के खिलाफ लोगो को भड़काते हैं , ना जाने क्यों क्या मिलता है उनको ऐसा कर के , चाहे पंडित जवाहर लाल नेहरु हो "जन गन मन एवं वनदे मातरम" के मुद्दों पर या मुलायम सिंह हों उतर प्रदेश की गन्दी जातिगत , संप्रदाय गत राजनीति मैं या अब कुछ  B L YADAV जैसे  लोग ,जो अजमेर राजस्थान मैं केंद्रीय विद्यालयों मैं यह कह कर "सरस्वती वंदना बंद" करवा रहे हैं की इस से कट्टर पंथ  को बढ़ावा मिलता है ये किस तरह के लोग समाज मैं अपना नाम करने का प्रयास कर रहे हैं ,  यदि मुस्लिम समाज , इसाई समाज , सिख समाज ये बात उठाता की इससे कट्टर पंथ  फ़ैल रहा है ,तो इसको उन्हें समझाने का प्रयास किया जाता के भाई ये हमारी आस्था का विषय है , क्या कभी किसी इसाई ने मिशनरी स्कूल मैं जाकर यीशू  की प्रार्थना बंद करवाई , क्या कभी किसी मुस्लिम ने स्वयं के मदरसों मैं ऐसा कुछ किया .....तोह सोचिये और साथ दीजिये अपने समाज का और दुसरे सम्माज , संप्रदाय भी हमारा साथ दें समझे हमारे ऐसे लोगो की नियत को वोह उनके संप्रदाय के लोगो को भी गलत रूप से बरगला रहें हैं , जोह अपने समाज का नहीं होता वोह भला उनके लिया क्या करेंगे,  बस समाज मैं गंदगी और सम्प्र्दिकता फेलाएंगे ,मुलायम ,  B L यादव ,  अजमेर जैसे लोगो को हर तरह से समझना होगा वोह अपना नाम करने के लिए और अपने मन मैं बड़ा बन्ने के लिए क्यों देश मैं अपने गलत विचार फैला रहें हैं .........सरस्वती वंदना का विरोध क्यों........?
हम किसी को छेड़ेंगे नहीं पर हमें छेड़ोगे  तोह सोचो हम क्या करेंगे आखिर कार ......छोड़ेंगे नहीं............जय हिंद जय भारत .....वनदे मातरम......
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