डॉ0 संतोष राय
अखिल भारत हिन्दू महासभा के स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ0 संतोष राय नें अपने एक लिखित वक्तव्य में कहा कि कब तक हिन्दू विरोधी शक्तियां संघ पर आरोप लगाती रहेंगी कि संघ ने गांधी वध किया है, जबकि संघ हमेंशा यह कहता रहता है कि गांधी वध से हमारा कोई लेना-देना नही है, हमने गांधी वध नही किया है। डॉ0 संतोष राय ने अपने लिखित वक्तव्य में कहा कि गांधी वध अखिल भारत हिन्दू महासभा के कुछ निचले स्तर के कार्यकर्ताओं नें किया था। पं0 नाथूराम गोडसे व उनके कुछ सहयोगी हिन्दू महासभायी लोगों नें गांधी वध को सुनियोजित तरीके से किया। पं0 नाथूराम गोडसे व उनके मित्रों का संघ से कोई लेना-देना नही था।
अखिल भारत हिन्दू महासभा स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ0 संतोष राय ने आगे कहा कि यह सुनकर बहुत ही आश्चर्य होता है कि गांधी वध में संघ का हाथ है जबकि संघ ने कभी इसे स्वीकारा ही नही।
डॉ0 राय नंे अपने वक्तव्य में आगे कहा कि गांधी वध राष्ट्रहित में जरूरी था। क्योंकि गांधी के कारण ही भारत देश का सांप्रदायिक विभाजन हुआ। गांधी नें ही पाकिस्तान को 55 करोड़ रूपये देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। गांधी के कारण ही कश्मीर विवादित क्षेत्र बना, नेहरू जिसके पोषक थे। डॉ0 संतोष राय नें आगे कहा कि यदि गांधी वध न होता तो आज भारत-पाकिस्तान की सीमा नजफगढ़ होती।
डॉ0 राय नें हिन्दू विरोधी शक्तियों को चेतावनी देते हुये कहा कि ऐसी शक्तियां हमसे लड़कर दिखायें हम उनका करारा जवाब देंगे। उन्होंने आगे कहा कि गोडसे वैसे ही पूजनीय हैं जैसे भगतसिंह व अन्य क्रांतिकारी। हिन्दू विरोधी शक्तियां संघ को बेकार में बदनाम न करें।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ0 संतोष राय नें अपने एक लिखित वक्तव्य में कहा कि कब तक हिन्दू विरोधी शक्तियां संघ पर आरोप लगाती रहेंगी कि संघ ने गांधी वध किया है, जबकि संघ हमेंशा यह कहता रहता है कि गांधी वध से हमारा कोई लेना-देना नही है, हमने गांधी वध नही किया है। डॉ0 संतोष राय ने अपने लिखित वक्तव्य में कहा कि गांधी वध अखिल भारत हिन्दू महासभा के कुछ निचले स्तर के कार्यकर्ताओं नें किया था। पं0 नाथूराम गोडसे व उनके कुछ सहयोगी हिन्दू महासभायी लोगों नें गांधी वध को सुनियोजित तरीके से किया। पं0 नाथूराम गोडसे व उनके मित्रों का संघ से कोई लेना-देना नही था।
अखिल भारत हिन्दू महासभा स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ0 संतोष राय ने आगे कहा कि यह सुनकर बहुत ही आश्चर्य होता है कि गांधी वध में संघ का हाथ है जबकि संघ ने कभी इसे स्वीकारा ही नही।
डॉ0 राय नंे अपने वक्तव्य में आगे कहा कि गांधी वध राष्ट्रहित में जरूरी था। क्योंकि गांधी के कारण ही भारत देश का सांप्रदायिक विभाजन हुआ। गांधी नें ही पाकिस्तान को 55 करोड़ रूपये देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। गांधी के कारण ही कश्मीर विवादित क्षेत्र बना, नेहरू जिसके पोषक थे। डॉ0 संतोष राय नें आगे कहा कि यदि गांधी वध न होता तो आज भारत-पाकिस्तान की सीमा नजफगढ़ होती।
डॉ0 राय नें हिन्दू विरोधी शक्तियों को चेतावनी देते हुये कहा कि ऐसी शक्तियां हमसे लड़कर दिखायें हम उनका करारा जवाब देंगे। उन्होंने आगे कहा कि गोडसे वैसे ही पूजनीय हैं जैसे भगतसिंह व अन्य क्रांतिकारी। हिन्दू विरोधी शक्तियां संघ को बेकार में बदनाम न करें।
2 comments:
संघ और गोड़से पूजनीय है जो उन्हे हत्यारा कहते है वे खुद देश को बेचने वाले दलाल है
ye sab vakwas bate karke gandhi ji ki hatya karne walo ko unke gunah se aazadi nahi mil jayegi
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