मनोज वर्णवाल की विशेष रिपोर्ट
अखिल भारत हिन्दू महासभा ने पाकिस्तान से आये हुये 151 हिन्दुओं के लिये स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में 25/12/2011 के दिन रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस उपलक्ष्य पर इन हिन्दुओं का धार्मिक एवं यज्ञोपवित संस्कार किया गया, और हिन्दू महासभा ने कई प्रमुख संतों को आमंत्रित किया था। इस कार्यक्रम की प्रमुख सहयोगी संस्था भारत स्वामिभान ट्रस्ट भी थी।
यज्ञ के दौरान विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय केन्द्रीय मंत्री डॉ0 सुरेन्द्र जैन का अचानक बिन बुलाये पदार्पण होता है और वे हिन्दू महासभा द्वारा बनाये गये संतों के मंच पर बिना अनुमति के ही आकर बैठ जाते हैं। डॉ. सुरेन्द्र जैन के सहयोगी मंच के संचालकों एवं आयोजकों की अनुमति के बिना उनकी उपस्थिति की घोषणा करते हुए राजनीतिक भाषण देना शुरू कर देते हैं। वहां उपस्थित हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि यह मंच पर बैठे संतों एवं इस यज्ञ का अपमान है और यदि आप सहयोगी बनना चाहते हैं तो आपको इस यज्ञ में सम्मिलित होना पड़ेगा। इतना ही नही विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने वहां आकर पूरे कार्यक्रम की विडियोग्राफी की और अपने प्रेस नोट तथा वक्तव्य में विहिप का कार्यक्रम बताकर जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया। विडियोग्राफी को इतने बारीकी से किया गया कि हिन्दू महासभा का बैनर न दिखे और उस फोटो को सारे मीडिया में भेजकर यह प्रचार किया जा रहा कि विहिप पाकिस्तानी हिन्दुओं के लिये जैसे अपनी जान निकाल कर रख दे रही हो। मगर विहिप जैसे संगठन के लोग ऐसी छिछोरी हरकत करेंगे यह बात किसी से हजम नही हो पा रही है।
हिन्दू महासभा के पदाधिकारी महज वाहवाही पाने के लिए विहिप द्वारा मंच हाईजैक करने की कवायद से काफी दुःखी हुए। इस बारे में हिन्दू महासभा ने विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से संपर्क कर अपना विरोध जताया। तदुपरांत हिन्दू महासभा के स्वागताध्यक्ष डॉ0 संतोष राय ने इस मसले पर विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि विहिप के महासचिव डॉ0 सुरेन्द्र जैन व मीडिया प्रमुख विनोद बंसल इस तरह अखिल भारत हिन्दू महासभा के मंच को हाईजैक कर व मीडिया में प्रेस- विज्ञप्ति जारी कर समूचे देश व विश्व को दिग्भ्रिमित कर रहे हैं। विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ नेता प्रवीण भाई तोगड़िया को चंद विहिप नेताओं द्वारा मंच हाईजैक के सारे मामले का पता चलने पर वे भी सुरेन्द्र जैन व विनोद बंसल की इस ओछी हरकत पर बहुत दुःखी हुये और खेद जताया।
हमें सूत्रों से ज्ञात हुआ कि संघ और उसके आनुषंगिक संगठनों का हिन्दू महासभा के साथ काफी पुराना मतभेद है। हिन्दू महासभा संघ को कांग्रेस का दुमछल्ला मानती है। यहां तक कि नाथूराम गोडसे को हिन्दू महासभा एक क्रांतिकारी व देशभक्त मानती है वहीं संघ गोडसे को गांधी का हत्यारा मानती है। यही नही कई बार हिन्दू महासभा के प्रत्याशी चुनाव में खड़े होकर भाजपा को चुनौती भी देते हैं।
यही नही जब हमने अपने स्तर पर विहिप से जानकारी हासिल की तो वे हिन्दू महासभा को एक उग्र हिन्दू संगठन मानते हैं, और इनसे दूरी बनाकर रखते हैं। जब हमने नाहर सिंह (जिसके यहां 151 पाकिस्तानी हिन्दू ठहरे हैं) से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार हिन्दू महासभा से जुड़ा है और जहां तक पाकिस्तान से आये हिन्दुओं का मुकदमा हिन्दू महासभा ही लड़ रही है। जबकि विनोद बंसल नें पूरे देश के मीडिया को एक विज्ञप्ति भेजकर यह बताया कि नाहर सिंह विश्व हिन्दू परिषद का कार्यकर्ता है। विहिप को यह पच नही पा रहा है कि 151 हिन्दुओं का मामला हिन्दू महासभा अपने हाथ में कैसे ले लिया।
लेकिन मेरा मानना है कि कुछ संगठनों को राजनीति करना अच्छा लगता है कुछ को सिर्फ काम करना। आज संघ और विहिप ऐसे ही हो गये हैं, उनके लिये किसी हिन्दू मसले पर राजनीति करना ज्यादा अच्छा लगता है और यह उनके लिये फायदेमंद भी होता है। यानी हाथी के दांत खाने के और होते हैं और दिखाने के और। सच्चाई यह है कि राममंदिर के नाम पर भारत के एक-एक गांव से व पूरे विश्व के हिन्दुओं से चंदा विश्व हिन्दू परिषद व संघ ने वसूला और मुकदमा अखिल भारत हिन्दू महासभा लड़ रही है। करोड़ों रूपये संघ व विहिप ने मंदिर के चंदों को डकार गये और आज इनके प्रचारक सिर्फ तोंद फूलाकर विश्राम करते नजर आते है। संघी भाईयों का सिर्फ तीन काम प्रमुख रह गया हैः भोजन, बैठक और विश्राम।
ज्ञात रहे कि मालेगांव बम विस्फोट के सभी आरोपी एवं समझौता एक्सप्रेस रेल कांड के आरोपी स्वामी असीमानंद को कानूनी सहायता हिन्दू महासभा के लोग दे रहे हैं।
हमें यह भी ज्ञात हुआ कि हिन्दू महासभा के लोग डायरेक्ट एक्शन में विश्वास करते हैं। इसी प्रकार यदि सचमुच में संघ और विश्व हिन्दू परिषद पाकिस्तान से आये हिन्दुओं को यहां बसाना चाहते हैं तो उनके मसले को कोर्ट में क्यों नही ले गये। हकीकत यह है कि विहिप और संघ पाकिस्तान से आये हिन्दुओं से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करवाकर मीडिया में उछालकर अपनी फोटो खिंचवाकर राजनीति करना चाहते थे, जो पाकिस्तानी हिन्दुओं के लिये बहुत आत्मघाती होता। क्योंकि ऐसे में केन्द्र में हिन्दू विरोधी सरकार कभी भी इन 151 पाकिस्तानी हिन्दुओं को पाकिस्तान डिपोर्ट कर सकती थी।
सूत्रों से यह ज्ञात हुआ कि हिन्दू महासभा इन 151 पाकिस्तानी हिन्दुओं का मीडिया में उछालने का विरोध करती रही क्योंकि ऐसे में सरकार अपना नुकसान देख उनको देश निकाला का फरमान जारी कर सकती थी और उन पाकिस्तानी हिन्दुओं की पहचान मीडिया में आने से उनके व उनके रिश्तेदारों को जान का भी खतरा पाकिस्तान में और बढ़ जाता।
मगर सौगंध राम की खाते हैं मंदिर वहीं बनायेंगे का चुनाव के समय नारा देने वाले संघी भाईयों को राम पर हमेंशा राजनीति की है। और आज भी हिन्दुत्व के नाम पर एक न एक सियासी चालें ही चल रहे हैं। आज हिन्दुओं के हित की बात गौड़ हो गयी है इन संगठनों के लिये सत्ता तक पहुंचना ही मुख्य हो गया है। शेर के मुंह में एक बार जब खून लग जाता है तो वह भूखा रहने पर अपने बच्चों को खाने से गुरेज नही करता।
विश्व हिन्दू परिषद ने जो मीडिया को झूठी विज्ञप्ति
व एडिटेड तस्वीर भेजी थी वो इस प्रकार है:
व एडिटेड तस्वीर भेजी थी वो इस प्रकार है:
प्रेस विज्ञप्ति
पाक हिन्दुओं को निकाला गया तो होगा प्रचण्ड आन्दोलन : विहिप (पाकिस्तान से आये हिन्दुओं के लिए विहिप ने किया यज्ञ-सत्संग का आयोजन)
नई दिल्ली दिसम्बर 25, 2011। पाकिस्तान व बंग्लादेश में प्रताडित हो रहे हिन्दुओं के प्रति भारत सरकार का उदासीन रवैया हिन्दू समाज के प्रति घोर अन्याय है। विहिप के केन्द्रीय मंत्री डा सुरेन्द्र जैन ने आज दक्षिणी दिल्ली के बिजबासन मे रह रहे पाक से आए हिन्दुओं के साथ हवन यज्ञ व सत्संग में भाग लेकर कहा कि भारत हिन्दू धर्म की जन्म स्थली है इसलिए संपूर्ण विश्व का हिन्दू जब भी संकट में होता है, वह भारत की ओर आशा भरी निगाह से देखता है। उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान से पीडित और प्रताडित होकर आए हिन्दुओं को नागरिकता प्रदान करने की कार्यवाही तुरन्त प्रारम्भ करनी चाहिए। सरकार को आडे हाथों लेते हुए उन्होंने चेताया कि यदि किसी ने इन्हे भारत से बाहर करने का दुस्साहस किया तो इसके विरोध में एक प्रचण्ड आन्दोलन खडा किया जएगा।डा सुरेन्द्र जैन ने कहा कि पाकिस्तान के हिन्दुओं के प्रति भारत सरकार का नैतिक और संवैधानिक दायित्व बनता है। नेहरू-लियाकत पैक्ट के अनुसार पाकिस्तान व बंग्लादेश में रह रहे हिन्दुओं के हितों की रक्षा करना भारत सरकार की जिम्मेदारी है। आज पाकिस्तान में हिन्दुओं का कत्लेआम हो रहा है, उनकी सम्पत्ति और लडकियां छीनी जा रही हैं। उन्होंने मांग की कि भारत में पाक से जान बचाकर आए हिन्दुओं के पुनर्स्थापन की व्यबस्था भारत सरकार को करनी चाहिए। सरकार अपनी जिम्मेदारी समझे या न समझे, विश्व हिन्दू परिषद अपने दायित्व को समझती है। हमने पहले भी पाक से आए हिन्दुओं को यहां बसाया है। अब भी विहिप इसके लिए संकल्पबद्ध है। विहिप इनके लिए रोजी रोटी की व्यबस्था करेगा तथा भारत में इन्हें बसाने हेतु हर संभव प्रयास करेगा। डा जैन ने यह भी कहा कि मुसलमानों की तकलीफ़ों की झूठी कहानियों पर आंसू बहाने बाली इस सरकार को हिन्दुओं के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए, इनको नागरिकता प्रदान करने की कार्यवाही तुरन्त प्रारम्भ करनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि यदि किसी ने इन्हे भारत से बाहर करने का दुस्साहस किया तो इसके बिरोध में एक प्रचण्ड आन्दोलन खडा किया जाएगा।इस अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी रामानन्द रमते योगी जी महाराज, स्वामी करुणानन्द जी, स्वामी सुरेसानन्द जी तथा स्वामी राम मंगलदास जी, विहिप दिल्ली के महामन्त्री श्री सत्येन्द्र मोहन, उपाध्यक्ष श्री महावीर गुप्ता, मीडिया प्रमुख विनोद बंसल, विभाग मंत्री श्री शान्ती स्वरूप, जिला मंत्री श्री कमलेश शुक्ला, प्रसिद्ध समाज सेवी व विहिप कार्यकर्ता श्री नाहर सिंह व श्री राकेश पाण्डे सहित आदि अनेक लोग सामिल थे।
भवदीय
विनोद बंसल मीडिया प्रमुख, इन्द्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद-दिल्ली संपर्क : 09810949109, 09899479267
साभार: क्रांति4पीपुल डॉट कॉम
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लेखक क्रांति4पीपुल डॉट कॉम के संपादक हैं।