Tuesday, January 17, 2012

एडविना-नेहरू प्रेम संबंध से आहत थे माउंटबेटन



बेटी पामेला ने ÷इंडिया रिमेम्बर्ड : ए पर्सनल एकाउंट ऑपफ द माउंटबेटंस ड्यूरिंग द ट्रांसपफर ऑपफ पावर' में किया खुलासा।
अन्तिम वायसराय माउंटबेटन की बेटी ÷इण्डिया रिमेम्बर्ड : ए पर्सनल एकाउन्ट ऑपफ द माउंटबेटंस ड्यूरिंग द ट्रांसपफर ऑपफ पावर' में खुलासा किया कि पं. जवहार लाल नेहरू और उसकी मां एडविना माउंटबेटन के प्रेम संबंध् रहे हैं।
क्या १९४७ में भारत का विभाजन मजहब के आधर पर नहीं हुआ था?
क्या १९४७ के विभाजन में अंग्रेजों और मुस्लिम लीग के साथ-साथ कांग्रेस की सहमति नहीं थी?
क्या विभाजन के अहदनामें पर कांग्रेस के नेता पं. जवाहर लाल नेहरू के हस्ताक्षर नहीं थे?
सेक्यूलरवाद की बात करने वाले नेहरू मजहब के आधर पर विभाजन के प्रश्न पर सहमत कैसे हो गए?
अंग्रेजों के लिए भारत विभाजन का खेल खेलने वाले वायसराय माउंटबेटन और भारत के नेता पं. नेहरू परस्पर मित्रा कैसे?
भारत विभाजन के पफलस्वरूप हुए दंगों में १० लाख लोगों की हत्या हुई। लाखों-लाख लोग बे घरबार हो गए। करोड़ों अरबों की सम्पत्ति नष्ट हो गई। इसी कालखण्ड में भारत के पहले प्रधनमंत्राी पं. नेहरू वायसराय माउंटबेटन की पत्नी एडविना माउंटबेटन से प्रेम कर रहे थे। क्या यह राष्ट्रवाद है?
लाखों लोगों की लाशों पर, उस भारी राष्ट्रीय विपदा की स्थिति में कोई व्यक्ति ऐसा जहरीला इश्क कैसे कर सकता है? क्या यह प्रेम का अमानवीय पक्ष नहीं?
क्या भारत के प्रथम प्रधनमंत्राी पं. नेहरू और एडविना माउंटबेटन के प्रेम संबंध् कश्मीर के लिए घातक साबित नहीं हुए?
क्या इस प्रेम संबंध् के माध्यम से जनाब नेहरू ने देश के समक्ष महान उदाहरण प्रस्तुत किया?
क्या पं. नेहरू अंग्रेजों के गुप्तचर विभाग की खुपिफया गतिविध्यिों के शिकार हुए थे?
क्या पं. नेहरू अपनी व्यक्तिगत कमजोरियों के शिकार हुए थे?
गांध्ी जी स्वदेशी की बात करते थे। पं. नेहरू विदेशी महिला की बात कैसे करने लगे?
क्या हम मानें कि हमसे ननकाना साहिब गुरुद्वारा इसलिए छूट गया, क्योंकि हमारा नेतृत्व एक विदेशी महिला पर आसक्त था?
क्या हम यह मानें कि पंजाब-सिन्ध् का क्षेत्रा छोड़ आए। लोगों की जिन्दगियां एडविना माउंटबेटन के सामने तुच्छ हैं?
क्या हम ऐसे नेतृत्व से यह उम्मीद कर सकते थे कि वह अंग्रेजी मानसिकता को त्यागकर भारतीय जीवन दर्शन का एक रोल-मॉडल विश्व के सामने प्रस्तुत करता?


No comments: