डॉ0 संतोष राय
सभी
लोग अच्छी तरहसे जानते हैं कि भारत के मुसलमान हमेशा "वन्देमातरम " का
विरोध करते हैं . और कहते हैं कि ऐसा बोलना हराम है .यानि पाप है .इस्लाम में जायज
-नाजायज ,वैध -अवैध अर्थात हलाल और हराम की बड़ी
विचित्र और तर्कहीन अवधारणा है ,जो
कुरान ,हदीसों ,और मुफ्तियों द्वारा समय समय पर दिए फतवों के आधार पर तय की जाती है
. जिसे मानना हर मुसलमान के लिए अनिवार्य होता है . वर्ना उसे काफ़िर समझा जाता है
.इसलिए मुसलमान हमेशा हर विषय हराम और हलाल के आधार पर ही तय करते हैं , चाहे वह देश के संविधान या कानून के
विरुद्ध ही क्यों न हो .वह विना समझे अंधे होकर उसका पालन करते हैं .
इस
संक्षिप्त से लेख में कुरान ,हदीसों
,फतवों ,और समाचारों में प्रकाशित खबरों से चुन कर एक दर्जन ऐसे मुद्दे दिए
जा रहे हैं , जिनको पढ़ कर प्रबुद्ध पाठक ठीक से समझ
जय्र्गे कि इस्लाम के अनुसार हराम क्या है ,और
हलाल क्या है .
1
-अल्लाह का नाम लिए बिना जानवर को मारना हराम है .
लेकिन
जिहाद के नाम से हजारों इंसानों का क़त्ल करना हलाल है .
2-यहूदियों
,ईसाइयों से दोस्ती करना हराम है .
लेकिन
यहूदियों ,ईसाईयों का क़त्ल करना हलाल है .
3-टी
वी और सिनेमा देखना हराम है .
लेकिन
सार्वजनिक रूप से औरतों को पत्थर मार हत्या करते हुए देखना हलाल है .
4-किसी
औरत को बेपर्दा देखना हराम है .
लेकिन
किसी गुलाम औरत को बेचते समय नंगा करके देखना हलाल है .
5-शराब
का धंदा करना हराम है .
लेकिन
औरतों ,बच्चों को गुलाम बना कर बेचने का धंदा
हलाल है .
6-संगीत
सुनना हराम है .
लेकिन
जिहाद के कारण मारे गए निर्दोष लोगों के घर वालों की चीख पुकार सुनना हलाल है .
7घोड़ों
की दौड़ पर दाव लगाना हराम है .
लेकिन
काफिरों के घोड़े चुरा कर बेचना हलाल है
8-औरतों
को एक से अधिक पति रखना हराम है .
लेकिन
मर्दों लिए एक से अधिक पत्नियाँ रखना हलाल है .
9-चार
से अधिक औरतें रखना हराम है .
लेकिन
अपने हरम में सैकड़ों रखेंलें रखना हलाल है .
10किसी
मुस्लिम का दिल दुखाना हराम है .
लेकिन
किसी गैर मुस्लिम सर कटना हलाल है .
11-औरतों
के साथ व्यभिचार करना हराम है .
लेकिन
जिहाद में पकड़ी गयी औरतों के साथ सामूहिक बलात्कार करना हलाल है .
12-जब
किसी औरत की पत्थर मार कर हत्या की जारही हो ,तो
उसे बचाना हराम है .
जब
उसी अपराध के लिए औरत को जिन्दा जलाया जा रहा हो ,तमाशा देखना हलाल है .
इन
थोड़े से मुद्दों को ध्यान से पढ़ने से उन लोगों की आँखें खुल जाना चाहिए तो
इस्लाम को शांति का धर्म समझ बैठे हैं .इसलिए "भंडाफोडू " ब्लॉग पिछले
चार सालों से अपने प्रमाण सहित लेखों के माध्यम से देश प्रेमी लोगों को इस्लाम से
सचेत करता आया है . ताकि भूले से भी कोई व्यक्ति जकारिया नायक जैसे धूर्त के जाल
में नहीं फसे .जिनको भी इस लेख के सम्बन्ध में इस्लामी किताबों के प्रमाण चाहिए वह
"भंडाफोडू " के सभी लेख पढ़ने का कष्ट करें .
ऐसे
कमाल के तर्कहीन इस्लाम से जितनी दूरी बनाये रखोगे उतने ही निरापद रहोगे !!
http://www.faithfreedom.org/Articles/AyeshaAhmed20729.htm
उपरोक्त लेख को आप इस लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं-
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