Tuesday, August 2, 2011

इस्लाम की सौगात !

बी.एन. शर्मा

प्रस्‍तुति- डॉ0 संतोष राय

आजकल बेशर्मी ,नंगापन ,होमोसेक्सुअलिटी ,और व्यभिचार समाज के अभिन्न अंग बनते जा रहे हैं .लोग इसे फैशन ,या नई संस्कृति मानकर स्वीकार करने लगे है. हिन्दुस्तान टाइम्स 18 जुलाई 2011 और 22 जुलाई 2011 दिल्ली और भोपाल में "बेशर्मी मोर्चा Slut Walk "निकला गया .जिसमे लडके लड़कियाँ अधनंगे होकर जुलुस निकाल रहे थे .और बेशर्मी का प्रदर्शन कर रहे थे .इसी तरह कुछ दिन पूर्व दैनिक जागरण ने लोगों से "Homosexuality "के बारे में राय मांगी है ,कि क्या यह कोई मानसिक रोग है ,या सामान्य बात है . 
कुछ लोग इसको पश्चिम ,या अमेरिका की देन कहते हैं .लेकिन यदि हम इस्लाम की परंपरा और इतिहास को देखें तो पता चलता है ,यह सब कुकर्म इस्लाम की देन हैं .यही साबित करने के लिए जल्दी में यह लेख लिखा है .ताकि लोग इसे पढ़कर जागरण के ब्लॉग में जवाब दे सकें . 
बेशर्मी ,Homosexuality ,और व्यभिचार इस्लाम की सुन्नत है .आप सबूत देखिये -


1-आयशा की बेशर्मी 
सलमा बिन अब्दुर रहमान ने कहा मैं अपने दूधभाई के साथ घर में था ,तभी आयशा आयशा आई और बोली ,मुझे बर्तन देदो ,रसूल के साथ सम्भोग करने के बाद मुझे नहाना है .बाद में आयशा एक परदे की आड में हमारे सामने नंगी नहाने लगी .उसने तीन बार पानी डाला .और बालों को झटकाया .उसके बाल कानों तक थे .उस से नीचे नहीं थे .
With this in mind we invite you to ponder over this hadith:


Abu Salama b. 'Abd al-Rahman reported: I along with the foster brother of 'A'isha went to her and he asked about the bath of the Apostle (may peace be upon him) because of sexual intercourse. She called for a vessel equal to a Sa' and she took a bath, and there was a curtain between us and her. She poured water on her head thrice and he (Abu Salama) said: The wives of the Apostle (may peace be upon him) collected hair on their heads and these lopped up to ears (and did not go beyond that).
" سلامة (ب) "وذكرت عبد الرحمن : أنا مع الأخ تشجيع من عائشة ذهبت إليها وسأل عن حمام من الرسول (صلي الله عليه وسلم) لأن الجماع الجنسي. دعت لسفينة يساوي 'سا وأخذت حماما، وكان هناك ستارة بيننا وبين لها. سكب الماء على أنها رأسها ثلاث مرات وكان (أبو سلامة) قال : زوجات الرسول (صلي الله عليه وسلم) جمع الشعر على رؤوسهم، وهذه تصل إلى آذان  (ولم يذهب أبعد من ذلك)."


Sahih Muslim, Book 003, Number 0626


2-आयशा व्यभिचार में पकड़ी गयी 
कसीर के अनुसार जब मुहम्मद की पत्नी एक व्यक्ति के साथ रंगरेलियां मनाते हुए पकड़ी गयी ,तो मुहमद ने उसे सजा देने की जगह लोगों को जमा किया ,और कुरान की आयतें बना कर आयशा को निर्दोष बता दिया और ,गवाह मतशः बिन उतबा,हसन बिन साबित और हमना बिन्त जहश को दोषी करार करते हुए सजा सुना दी .( यह लेख दिया जा चका है )
Ayesha was accused of adultery 
Ibn Kathir records in Al-Bidaya wa al-Nihaya, Volume 4 page 186: 


ثم خرج إلى الناس فخطبهم وتلا عليهم ما أنزل الله عزوجل من القرآن في ذلك ثم أمر بمسطح بن أثاثة وحسان بن ثابت وحمنة بنت جحش وكانوا ممن أفصح بالفاحشة فضربوا حدهم.


"Then he (prophet) went to the people and addressed and then recited what Allah revealed in Quran, then he ordered that Mastah bin Uthatha, Hasaan bin Thabit, Hamna bint Jahsh be punished because they were among those who had spread the allegation of adultery".
Al-Bidaya wa al-Nihaya, Volume 4 page 186: 
3-मुहम्मद की बेशर्मी 
तबकाते इब्ने साद में अबू मशेर ने कहा है ,जब रसूल मलइका बिन्त नामकी सुन्दर लड़की से शादी के बाद अपने घर लाये .और सुहागरात कि तय्यारी में थे ,तो आयशा ने धिक्कारते हुए कहा .तुम्हें ऐसी लड़की से शादी करते हुए शर्म नहीं आती ?जिसने तुम्हारे बाप को क़त्ल किया था .
We read in Tabaqat Ibn Saad:
"تزوج النبي (ص) ​​لمليكة بنت كعب، وقالت انها كانت جميلة جدا ، وبالتالي ذهبت عائشة وقال لها : "هل أنت لا تخجل من الزواج من قاتل والدك"


Abu Masher said: 'The prophet (pbuh) got married to Malika bint Kaab, she was very beautiful, thus Ayesha went to her and said: 'Are you not ashamed of getting married to the killer of your father?'
Tabaqat Ibn Saad, Volume 8 page 148


4-मुहम्मद अपनी बहू के साथ नशा करता था 
आयशा ने कहा कि रसूल जहश की बेटी जैनब ( मुहामद के मुंहबोले बेटे जैद की पत्नी )के घर छुपकर शहद पीने के बहाने "मगफिर "नामकी एक बदबूदार शराब पीते थे .मैंने और हफ्शा ने मिलकर इसकी जाँच करने की योजना बनाई .अगर वह शराब पियेंगे तो उसकी गंध सूंघने से पता चल जाएगी .बाद में यही बात सही निकली .पकडे जाने पर रसूल बोले मैं कसम खाता हूँ कि अब ऐसा नहीं करूंगा .और तुम भी वादा करो कि यह बात किसी को नहीं कहोगी .
"Narrated 'Aisha: Allah's Apostle used to drink honey in the house of Zainab, the daughter of Jahsh, and would stay there with her. So Hafsa and I agreed secretly that, if he come to either of us, she would say to him. "It seems you have eaten Maghafir (a kind of bad-smelling resin), for I smell in you the smell of Maghafir," (We did so) and he replied. "No, but I was drinking honey in the house of Zainab, the daughter of Jahsh, and I shall never take it again. I have taken an oath as to that, and you should not tell anybody about it".
Sahih Bukhari Volume 6, Book 60, Number 434: 
5-समलैंगी काजी बन जाते थे 


Qadhi Yahya bin Aktham (d. 242 H) was a homosexual 
the supreme judge, the jurist, the scholar’ (Siar alam alnubala, v12 p5) and also stated: ‘He was among the mujtahid Imams’ (Siar alam alnubala, v12, p6).
 Allamah Ragihb Asfahani records in his famed work Al-Muhadarat al-Udaba, Volume 3 page 351:
एकबार काजी याहया बिन अख्ताम खलीफा मामून के पास गए ,वहां एक सुन्दर लड़का बैठा था ,मामू ने कहा इस लडके से बात करो ,इसकी परीक्षा लो ,काजी ने पूछा ,आजकल क्या खबर चल रही है .लड़का बोला जमीन पर तो यह खबर है कि ,आप एक समलैंगी हो ,और असमान पर यह खबर है कि आप Anus के शौक़ीन हो (लौंडेबाज ).काजी के पूछा इनमे कौन सी बात सही है .लड़का बोला आसमान की बात कभी गलत नहीं हो सकती .यह उनकर काजी याह्या शर्मा कर चुप हो गया .
دخل يحيى بن أكثم على المأمون فرأى عنده غلاماً صبيح الوجه فقال له المأمون: استنطقه وامتحنه فقال له القاضي: ما الخبر؟فقال له: الخبر خبران خبر في الأرض أنك لوطي، وخبر في السماء أنك مأبون، فقال له المأمون: وأيهما أصح؟فقال: خبر السماء فخجل يحيى وانقطع.


"Once Yahya bin Aktham went to Mamun and saw a cute boy sitting next to him, Mamun asked: ‘Talk to him and examine him.’ Then the Qadhi asked: ‘What's the news?’ The boy replied: ‘On earth it is known that you are a homosexual whereas in the skies it is known that you have an addiction to the anus’. The Qadhi asked: ‘Which news is correct?’ The boy replied: ‘The news in the skies can never be wrong’ Yahya then felt shy and remained silent. 


In Siar alam alnubala, Volume 12 page 10, 
He used to mess with cute boys when he was young” 
काजी सुन्दर किशोरों को दावत पर बुलाता था .
We read the following poem by Ahmad bin Abi Naeem which he wrote for Yahyah bin Aktham in Tarikh Baghdad, Volume 14 page 196:


حاكمنا يرتشى وقاضينا ... يلوط والراس شر ما راس ... ... لا احسب الجور ينقضى وعلى ... الأمة وال من ال عباس
"
Our Judge is homosexual
हमारे काजी समलैंगी हैं 
Tarikh Baghdad, Volume 14 page 196:


6-समलैंगी और काफिर भी खलीफा होते थे 
Caliph Waleed was a homosexual 
यह बात सत्य है कि खलीफा वलीद काफिर या जिन्दीक था ,वह एक कुख्यात शराबी और समलैंगी भी था 
Tarikh al-Islam, Volume 8 page 294:


ولم يصح عن الوليد كفر ولا زندقة نعم اشتهر بالخمر والتلوط


‘It is  true that al-Waleed was Kafir or Zindeeq, yes he was known as drunkard and homosexual’
7-इमाम हसन औरतों का शौकीन था 
Imam Hassan (as) loved to do marriages and give divorces
इमाम हसन को बार बार शादी करने और तलाक देने का शौक था ,उसने औरतों के मामले में हद कर दी थी .
Syar alam al-Nubala by Dahabi, Volume 3 page 253:


وكان منكحا، مطلاقا، تزوج نحوا من سبعين امرأة


"He (Hassan) was exaggerator in marriage and divorce, he got married to seventy women."


मुझे पूरा विश्वास है कि जानकर लोग इस थोड़े से प्रमाणों से अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि हरेक बुराई की जड़ सिर्फ इस्लाम ही है ,जो धीमे धीमे सारे विश्व को बर्बाद कर रही है .अधिकांश नवाब ,शायर मौलवी homosexual थे .इसके लिए उर्दू में अलग तरह की शायरी होती है ,जिसे "रेख्ता "कहा जाता है .अभी तक लोग कुरान से इस्लाम की जानकारी लेकर गुमराह हो रहे है ,इस्लाम का असली रूप तो उन किताबों में है जो मुसलमान छुपा लेते है .
अगले लेखों में आपको अल्लाह का साक्षात् दर्शन किया जायेगा .उसका शरीर कैसा है ,कैसा स्वभाव है ,कौनसी भाषा बोलता है सब जानकारी दी जायेगी .आपको यह भी पता चलेगा की अल्लाह में भी आत्मा है .इसे जरुर पढ़िए !

Courtsey: http://www.bhandafodu.blogspot.com/






























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